दोस्तों क्या आप जानना चाहते हैं कि अंधभक्त किसे कहते हैं? या andh bhakt kise kahate hain? तो हमारा यह article अंत तक जरूर पढ़ें। 

अंधभक्त (andh bhakt) किसे कहते हैं, अंध भक्त कौन होते हैं? ऐसे सवाल बहुत बार Google पर पूछे जा रहे हैं, लेकिन इस समय यह सवाल केवल Google पर ही नहीं बहुत सी social media platforms जैसे कि Facebook, Instagram, Twitter, WhatsApp आदि पर भी अंधभक्त की परिभाषा, अंधभक्त कौन होते हैं ऐसे सवाल पूछे जा रहे हैं। 

तो यह आखिर में यह कौन होते हैं, हम आपको इसके बारे में और इससे जुड़ी हुई सारी जानकारी इस article में देंगे।

आजकल social media पर एक ही शबढ़ बहुत ही ज्यादा चल रहा है वह “अंधभक्त”। अंधभक्त के बारे में मुझे तब पता चला जब मैं Facebook चला रहा था तब मेरे सामने एक post आई, जिसमें यह लिखा हुआ था कि अंधभक्त किसे कहते हैं? उसके नीचे जवाब लिखा हुआ था। 

जब किसी इंसान के पास गधे जितना दिमाग होता है लेकिन वह फिर भी एक कुत्ते की तरह भोकता रहता है, तब उन 3 जीवों से मिलकर वह अंधभक्त बनता है, इसे ही अंधभक्त कहा जाता है, उस post के मुताबिक। यह post पढ़ने के बाद मैं अपनी हसी बिल्कुल भी रोक नहीं सका।

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अंधभक्त किसे कहते हैं?

Andh Bhakt Kise Kahate Hain
Andh Bhakt Kise Kahate Hain

अंधभक्त नाम का कोई भी word या इसकी परिभाषा भी हमारी किसी भी धर्म की किताब में नहीं है ना इसका कहीं पर भी जिकर है। हमारे religion की किताबों में केवल “भक्त” शब्द का इस्तेमाल किया गया है, और इसकी परिभाषा भी बताई गई है। सबसे पहले हम आपको शब्द के बारे में ही बताते हैं कि यह क्या होता है और फिर इसकी ही मदद से हम आपको यह भी बता सकेंगे की अंधभक्त क्या होता है।

हमारे धर्म की किताबों के अनुसार भक्त वह होता है जो अपने माता, पिता, और अपने शिक्षकों से बहुत ही ज्यादा प्यार करता है और उनका बहुत ही ज्यादा आदर भी करता है। इसी प्रकार भक्तों भी बहुत सारे प्रकारों के होते हैं, जैसे माता की सेवा करने वाला भक्त, गुरु की सेवा करने वाला भक्त, देश की सेवा करने वाला भक्त आदि। यह होती है bhakt meaning, हिंदू धर्म में। 

इन सभी भक्तों के होने के बावजूद भी social media पर हमें केवल एक ही शब्द सुनने को मिलता है जो है अंधभक्त। तो आइए अब आपको बताते हैं कि अंधभक्त आखिर होता क्या है?

अंधभक्त वह होते हैं जो किसी भी चीज पर या किसी भी बात पर आंखें बंद करके, बिना सोचे समझे भरोसा कर लेते हैं। वह उस इंसान पर या उस सरकार पर इतना ज्यादा भरोसा करते हैं, कि उनकी कमियों को नजरअंदाज कर देते हैं और उनको केवल उनकी अच्छाइयां ही दिखती हैं और वह उनकी बुराई  सुनते भी नही हैं, वह उस इंसान या सरकार की एक तरह से पूजा करने लगते हैं।

वह उस इंसान या सरकार की खामियों के बारे में कुछ भी नहीं सुनते, लेकिन उनकी कुछ अच्छाइयों का हर जगह गुणगान करते रहते हैं। 

जैसे कि सारी अच्छाइयां उस इंसान या उस सरकार ने ही करी है बाकी सब बुरे हैं और उनके सामने कुछ भी नही हैं। इस शब्द का कोई सटीक मतलब नहीं है, इसका meaning कई जगह अलग-अलग है।

जैसे कि जो इंसान भूतों में, जादूगरी और टोनों या टोटकों में believe करता है, उस तरह के इंसान को भी हमारे समाज में अंधभक्त ही कहा जाता है।

इसी तरह से हमारे आसपास में जब कोई इंसान भगवान पर बहुत ही ज्यादा भरोसा करने लगता है, और अपना काम धंधा छोड़कर बैठ जाता है और मेहनत करना बंद कर देता है और वह सुनी सुनाई बातों पर बिना विचार करें उन्हें सच मानने लगता है, उस तरह के इंसान को भी अंधभक्त कहा जाता है।

लेकिन present में जब मैंने इस बात पर कुछ खोजबीन करी थी की अंधभक्त किसे कहते हैं, तो मुझे पता चला कि इस समय BJP के supporters को बाकी सरकारों के लोग अंधभक्त कहकर उन्हें चढ़ा रहे हैं।

अब जब भी अंधभक्त शब्द का इस्तेमाल होता है तो भाजपा के supporters की picture ही हमारे दिमाग में आती है। यह जो अंधभक्त है वह मोदी जी की कही गई बातों को बिना सोचे समझे सच मान लेते हैं, वह उनके खिलाफ कोई भी बुरी बात सुनना नहीं चाहते। अंधभक्तों के बारे में इसी तरह से बताया जाता है।

जब मैंने सबसे पहले यह शब्द सुना तब मुझे यह नहीं पता था कि यह राजनीति से जुड़ा हुआ है इसी वजह से मैंने इस शब्द के बारे में पूरी जानकारी लेने के लिए बहुत सी जगहों पर ढूंढा और मुझे यह जानकारी मिली बहुत की websites पर इसका मतलब अलग-अलग दिया गया है।

अंधभक्त शब्द का मतलब क्या है?

मैंने सबसे पहले तो इस शब्द का मतलब जानने की कोशिश करी, सबसे पहले इस शब्द का meaning जानने के लिए हिंदी से English translation करने वाली websites का इस्तेमाल किया। बहुत सारी websites पर खोजने के बाद मुझे यह पता चला कि अंधभक्त को कई जगह Worshipper बताया गया है तो कई जगह इन्हे blind devotee कहा गया है।

HinKhoj और Amboli के हिसाब से अंधभक्त क्या होते हैं?

इन दोनों websites पर search करने के बाद मुझे यह पता चला कि अंधभक्त का मतलब WORSHIPPER होता है।

Google Translate के हिसाब से अंधभक्त क्या होते हैं?

इसके बाद मैंने सबसे ज्यादा भरोसेमंद tool Google Translate का इस्तेमाल किया और यह पता करने की कोशिश करी की अंधभक्त क्या होते हैं।

Google Translate के हिसाब से अंधभक्त का मतलब “Blind devotee” होता है।

Google पर अंधभक्त का क्या मतलब है?

अंधभक्त किसे कहते हैं

इसी तरह से मैंने अंधभक्त किसे कहते हैं Google पर search किया तो मुझे एक बहुत ही ज्यादा चौका देने वाला जवाब मिला। 

Google के जवाब में यह लिखा हुआ था कि अंधभक्त वह होते हैं जो कुत्ते, गधे और इंसान के मिलने से बनते हैं, इनमें इन तीनों जीवों की आत्मा होती है जैसा कि हमने आपको ऊपर बताया था, आम तौर पर Facebook पर चुटकुले के तौर पर लोग मजाक में बाते लिख देते हैं, लेकिन इस विषय में तो Google भी इस जवाब को back कर रहा था। 

हालाकि यह जवाब जिस website का था उन्होंने इसका कोई proof नही दिया, तो हम यह बात नहीं कह सकते कि इसका यही मतलब होता है।

Hindi2Dictionary के हिसाब से अंधभक्त का क्या मतलब होता है? 

Google से सही जवाब ना मिलने पर हम इस खोज में आगे बढ़ गए कि अंधभक्त किसे कहते हैं, जब हमने इसका जवाब ढूंढने के लिए Hindi2Dictionary की website का इस्तेमाल 

किया तो हमें इसका जवाब कुछ इस तरह से मिला।

1. आँख बंद करके किसी भी इंसान या party की पूजा करने वाला इंसान। 

2. ऐसा भक्त  जो किसी भी विरोधी की बात ना सुने।

3. जो किसी बात पर बिना सोचे समझे भरोसा कर लेता है।

Bsarkari के हिसाब से अंधभक्त कौन होते हैं?

Hindi2Dictionary का इस्तेमाल करने के बाद हमने Bsarkari की website पर जाने का फैसला किया, यह देखने के लिए की यहां पर हमें क्या जवाब मिलता है।

यहां पर अंधभक्त का मतलब खोजने के बाद हमें यह पता चला कि:

1. वो इंसान जो आँख मूँदकर किसी इंसान की पूजा करता हो।

2. ऐसा भक्त जो किसी भी विरोधी की न सुने और केवल एक ही इंसान पर भरोसा करे।

3. किसी की बात पर बिना कोई सवाल पूछे या छानबीन किए बिना भरोसा करना।

यह जवाब पढ़ने के बाद हमें यह पता चला कि Hindi2Dictionary और Bsarkari का जवाब बहुत ज़्यादा समान हैं। इनमें बहुत सी चीजें एकसी हैं।

आप YouTube पर बहुत सी videos देख सकते हैं जिसमें अंधभक्त के बारे में बहुत अच्छी जानकारी दी गई है।

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भारत की राजनीति के नजरिए से अंधभक्त किसे कहते हैं?  

भारत की राजनीति के नजरिए से अंधभक्त किसे कहते हैं

हमारे article के इस section में हम आपको बताएंगे कि भारत की राजनीति के नजरिए से (andh bhakt kise kahate hain) अंधभक्त किसे कहते हैं। 

आप लोगों ने Facebook और WhatsApp पर अंधभक्तों के बारे में चुटकुले तो सुने ही होंगे और उनके लिए शायरी भी पढ़ी होंगी। 

लेकिन यह अंधभक्त किसे कहते हैं, इस सवाल का जवाब अपने जानने की कोशिश नहीं करी होगी, आपको बिलकुल भी चिंता करने की जरूरत नहीं है हम आपको इसके बारे में समझा देंगे।

इस समय भारत की राजनीति में सभी लोगों की यही राय है कि भारतीय जनता पार्टी (BJP) या हमारे माननीय प्रधानमंत्री जी को अपना हीरो या भगवान मानने वाले लोगों को ही अंधभक्त कहते हैं। यह होते हैं andhbhakt in hindi.

तो अगर आप सोच रहे थे कि चमचा किसे कहते हैं?

तो हम आपको बताना चाहेंगे कि किसी भी पार्टी या नेता तो बिना सोचे समझे support करने वाले और वोट दे देने वाले लोगों को उस पार्टी का चमचा कहा जाता है।

हमारे प्रधानमंत्री मोदी जी जो भी फैसले लेते हैं, उन्हें यह लोग सही मानते हैं चाहे वह असलियत में सही ना भी हो तब भी। उसी तरह से चुनाव में हर BJP के candidate को बिना कोई विचार किए वोट दे देते हैं, ऐसे इंसान को ही आज के समय अंधभक्त कहा जा रहा है।

वैसे तो हम यह नहीं कह रहे हैं कि आपको किस राजनीतिक party की ओर होना चाहिए, लेकिन जो इस समय राजनीति में माहौल चल रहा है वह आपको बताने की कोशिश कर रहे हैं।

बात को अगर सरलता से समझाने की कोशिश करें तो बीजेपी जो भी फैसला लेती है उसे यह लोग बिना कोई विचार करें, या उस फैसले के बारे को समझे बिना उसे सही मान लेते हैं, और दूसरी parties के supporters को अंधभक्त (andh bhakt) कहते हैं। 

लेकिन आजकल ऐसा हो रहा है कि बीजेपी जो सही फैसले ले रही है, उनका support करने वाले लोगों को भी दूसरी party के नेता अंधभक्त कह रहे हैं।

यानी कि हमारे देश की अलग-अलग political parties के लोग एक दूसरे की parties के supporters को अंधभक्त ठहराने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन यह काम करते समय वह खुद ही अंधभक्त बनते जा रहे हैं।

भारतीय राजनीति के perspective से अंधभक्त वह लोग हैं जो भाजपा को support करते हैं और भाजपा के दिए गए हर बयान और मोदी जी की कही गई हर बात को सही साबित करने में लगे रहते हैं, उन्हें ही अंधभक्त बोला जाता है।

अगर आपको राजनीति की भाषा में यह बात समझाई जाए तो भारतीय  जनता पार्टी के support में काम करने वाले लोग, जिनके पास दिमाग की कमी होती है वह मोदी जी जो भी बात कहते हैं उस बात का भोंककर support करते हैं। ऐसे लोगों को अंधभक्त कहा जाता है।

क्या केवल मोदी जी की बातों को सच मानने वाले लोग ही अंधभक्त हैं?

modi bhakt andha bhakt

इस बात का कोई specific reason नहीं बताया जा सकता है कि, मोदी जी को अपना हीरो या भगवान मानने वाले लोगों को ही अंधभक्त क्यों कहते हैं या मोदी अंधभक्त क्यों कहा जाता है। 

लेकिन हम यहां पर एक बात आपको सटीक रूप से बताना चाहते हैं कि हमारे देश में जब भी बहुमत से चुने जाने वाली सरकार के मुखिया जिसे हम prime minister या प्रधानमंत्री कहते हैं, जब हमारे माननीय prime minister कुछ ऐसे अच्छे काम करते हैं और घूसखोरी वाले कामों को बंद करते हैं कानून की मदद से और कुछ rules हैं जिसकी मदद से ऐसे काम बंद हो जाएं। 

तभी यह बात जिन लोगों के गले से नीचे नहीं उतरती वह लोग prime minister को defame करने के लिए या उनके supporters को कम करने के लिए और अपने मन की भड़ास निकालने के लिए ऐसी चीजें अपनाते हैं, जैसे कि उनके supporters को अंधभक्त कहना।

लेकिन यह बात यहां तक सही है कि, अच्छे काम करने वाले प्रधानमंत्री को भगवान मानने वाले और उनके अच्छे कामों का बोलबाला करने वाले लोगों को ही अंधभक्त कहकर उनकी बेज्जती की जाती है। यह सब बातें ना कर कर हमें आज की situation और भूतकाल की situation के ऊपर debate करनी चाहिए।

क्या बीजेपी के supporters को अंधभक्त कहना उचित है?

हमें इस बात के बारे में अच्छे से सोचना है कि, क्या बीजेपी के supporters को अंधभक्त कहना उचित है? वैसे तो इस सवाल का कोई भी सही जवाब बता पाना बहुत ही ज्यादा कठिन है। 

लेकिन यदि एक इंसान बीजेपी के candidate को बिना सोचे समझे वोट दे देता है या उसका उसकी रैली का support करने लगता है और उनके लिए प्रचार करने लगता है, तो उस समय उस इंसान को अंधभक्त कहा जा सकता है। यह बात बिल्कुल गलत है, ऐसा लोगों को बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए। उन्हें अपना कीमती वोट सोच समझ कर ही किसी candidate को देना चाहिए।

क्योंकि इस बात का केवल एक ही पहलू नहीं होना चाहिए, लेकिन अगर उस बात को एक दूसरे नजरिए से देखें तो एक इंसान उस कानून के साथ चलता है और support करता है जो बीजेपी ने बताया है, जो कि सही है या फिर उस बीजेपी candidate जोकि लायक है उस वोट के लिए, अगर वह इंसान अपना वोट उस candidate को दे देता है तो उस समय दूसरे विपक्ष के लोग उस इंसान को केवल इसीलिए अंध भक्त कहते हैं, क्योंकि वह उनकी पार्टी को वोट नहीं देता है। 

विपक्ष में होने वाले को ऐसा बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए, उन्हें यह नहीं सोचना चाहिए कि हम विपक्ष में है तो हम केवल विरोध ही करेंगे चाहे सामने वाली पार्टी ने कोई काम अच्छा ही क्यों ना किया हो, यह बात बिल्कुल गलत है, बल्कि उन्हें तो ऐसे काम को support करना चाहिए जिसमें हमारे देश का हित हो ना कि उनका।

हमारा विचार इस विषय में यही है कि बीजेपी अगर कोई गलत काम करती है तो वह उसके बारे में मालूम होने के बावजूद या अनजाने (जिन्हे उस बारे में कोई जानकारी न हो फिर भी उसको support करें) में भी उसको support करने वाले लोग अंधभक्त हैं, उन्हें तो अंध भक्त बोला जाएगा। 

लेकिन अगर वह केवल बीजेपी के कामों का तभी support करते हैं जब वह सही बात हो और वह कानूनी रूप से भी सही हो और बाकी पार्टी के नेता उन्हें अंधभक्त बोले तो यह बात बहुत ज्यादा गलत है, ऐसा बिलकुल भी नहीं होना चाहिए।

इस बारे में पूरी जानकारी देने के बाद अब हम आपको बताएंगे कि राजनीति में दूसरी पार्टी के supporters को आखिर अंधभक्त क्यों कहा जाता है?

राजनीति में दूसरी पार्टी के नेताओं का साथ देने वाले लोगों को अंधभक्त क्यों कहा जाता है?

राजनीति में अंधभक्त शब्द का इस्तेमाल बहुत ही ज्यादा होने लगा है। लेकिन यह बोलने के पीछे के reason को भी जानना बहुत ही ज्यादा जरूरी है। इसको हम दो आधारों की मदद से समझेंगे। पहले बीजेपी के supporters के रूप में और दूसरा congress के supporters के रूप में।

BJP के supporters के रूप में

जो बीजेपी के supporters है उनका कहना यह है कि, congress सबसे ज्यादा पुरानी पार्टी है और 70 सालों तक congress ने भारत के विकास में कुछ भी नहीं किया और हम आपको यह बताना चाहेंगे कि यह बात कुछ चीजों के आधार पर सही है और कुछ चीजों के आधार पर गलत भी है।

वही अगर इस बात को बीजेपी के supporters से पूछा जाए तो जो भी काम BJP करती है चाहे वह देश के हित में हो या नहीं। अगर वह काम बीजेपी ने किए हैं तो सब सही हैं चाहे उसके बारे में बने पता हो या नहीं।

दूसरी तरफ बीजेपी के support में यह माना जाता है कि, मोदी जी जो भी काम करते हैं वह देश के हित में होता है और congress सिर्फ अपने घर में पैसा भरने के लिए काम करती है और यह देश की पार्टी नहीं है अपने घर की ही पार्टी है और BJP supporters का यह भी मानना है कि congress की सरकार में Robert Vadra जैसे लोगों के नाम पर अरबों रुपयों की जमीन हो जाती है, जिसके ऊपर किसानों का हक होना चाहिए था। इस तरह की बातें अंधभक्त करते हैं, जिससे उनके बारे में पूरी जानकारी मिलती है।

Congress के supporters के रूप में

Congress party के supporters का यह मानना है की, मोदी जी जो कुछ भी कर रहे हैं वह सब गलत है, दूसरी तरफ congress ने अभी तक जो कुछ भी हुआ है वह बिल्कुल सही है। 

ऐसे ही यह बात भी हो रही है कि, मोदी जी तो अदानी और अंबानी जैसे करोड़ पतियों के साथ जुड़े हैं। भाजपा के लोगों पर अंधभक्त होने का बुखार तो चढ़ना ही था। यह बिना कोई विचार किए या सोचे समझे BJP का support करने वाले लोगों को अंधभक्त कहते हैं।

अब यह दोनों पहलू के बारे में पूरी जानकारी देने के बाद, आप यह सोचने की कोशिश कर रहे होंगे कि आपको किसकी बातों को सर् मानना चाहिए और किनकी बातों को झूठ। यह बात हमारी समझ में नहीं आती है, बस इससे हमें एक बात तो समझ आ जाती है।

यह जो हमारे नेता है चाहे वह किसी भी पार्टी के हो सारे ही मिलकर हमें बहकाने की कोशिश कर रहे हैं, जिससे कि वह ज्यादा समय तक ruling party के तौर पर रह सके। हमें इनकी बातों पर ध्यान ना दे कर अपनी सोच का इस्तेमाल करना चाहिए और जो हमें सही लगता है वही करना चाहिए।

धर्मों के हिसाब से अंधभक्त किसे कहते हैं?

andha bhakt by religions

हिंदू धर्म के हिसाब से अंधभक्त कौन होते हैं?

हमारे article के इस section में हम आपको बताएंगे की, हिंदू धर्म के अनुसार अंधभक्त किसे कहा जाता है। इस बात पर हम और थोड़ी रोशनी डालने की कोशिश करेंगे। 

बहुत जगह ऐसा बोला जाता है की, हिंदू धर्म केवल एक धर्म नहीं है। इसमें बहुत सी चीजें हैं जो किसी और किसी धर्म में नही हैं। 

लेकिन जैसा कि हमने आपको ऊपर बताया था कि हिंदू धर्म में बहुत से भक्तों के बारे में जानकारी दी हुई है लेकिन अंधभक्तों के बारे में कोई भी जानकारी किसी भी लेख या किताब में नहीं दी गई है।

वैसे अगर आपको कही सुनी बातें बताई जाएं तो हिंदू धर्म के अंदर जब कोई इंसान आंखें बंद करके किसी बात पर पूरी तरह से भरोसा कर लेता है तब उस इंसान को अंधभक्त कहा जाता है।

Muslim धर्म के अनुसार अंधभक्त क्या होता है?

अगर muslim धर्म के अनुसार बताया जाए तो वह हिंदू धर्म से थोड़ी अलग जानकारी देते हैं।

वैसे तो muslim धर्म को मानने वाले लोग हिंदू धर्म के supporters को अंधभक्त कहते हैं तो वह लोग भी अंधभक्त हुए क्योंकि उन्हें अपने धर्म के आगे कोई और धर्म नही दिखता। 

इसके साथ में muslim धर्म के लोग राम मंदिर को बनवाने के साथ खड़े हुए हिंदू supporters को अंधभक्त कहते हैं जो बात बिल्कुल भी सही नहीं है। यही बात अगर उनके धर्म के ऊपर कहीं जाए तो वह भी सही नहीं होगी। सारे धर्म अलग है और सब अलग-अलग भगवानों को पूजते हैं, हमें हर धर्म के लोगों का आदर करना चाहिए और उनकी भावनाओं को अंधभक्त कहकर ठेस नहीं पहुंचाना चाहिए।

Wikipedia के अनुसार अंधभक्त किसे कहते हैं?

जब हमने अंधभक्त की परिभाषा Wikipedia से निकालने की कोशिश करें तो Wikipedia पर अंधभक्त की परिभाषा या मतलब बताने के लिए कोई भी page available नहीं था। 

यहां पर हमें अंधभक्ति किसे कहते हैं का जवाब नहीं मिला।?

वहां पर केवल इस बारे में जानकारी थी की भक्त किसे कहते हैं, जिसके बारे में हम आपको भी जानकारी देना चाहेंगे।

आराधना करने वाले इंसान को भक्त कहा जाता है और उनके समूह को भक्तों की संज्ञा दे दी जाती है, कोई भी जगह जहां पर भगवान की मूर्ति हो, जब वहां पर बहुत से लोग आ जाते हैं तब उन्हें भक्त कहा जाता है।

लोग अंधभक्त कैसे बन जाते हैं?

जब किसी इंसान की दूसरे इंसान या धर्म के लिए आदर का भाव बहुत ही ज्यादा बढ़ जाता है, और वह उनकी हर गलत बात को भी सच मान कर जिने लगते हैं, और हर इंसान से उनके गुणगान करने लगते हैं तब वह इंसान अंधभक्त बन जाता है। हम में से कोई भी अंधभक्त बन सकता है किसी भी इंसान या धर्म के लिए। इसलिए हमें हमेशा अपने दिमाग का इस्तेमाल करना चाहिए और किसी की बातों में न आकर इस बात को लेकर अपना जवाब ढूंढना चाहिए।

वह कौन से लोग हैं जो लोगों को अंधभक्त बना देते हैं?

बहुत से ऐसे tv channels और shows हैं जो लोगों को किसी सरकार की ओर करने की कोशिश करते हैं और दूसरी सरकार के लिए भड़काने की कोशिश करते हैं और बहुत से लोग YouTube और बाकी social media platforms पर भी मौजूद है, जो किसी सरकार की और आपको बढ़ाने के लिए, आपको उनकी अच्छाइयां गिनवाते हैं और उनकी बुराइयां या कमियां नहीं बताते हैं, लोग ऐसी बातों को देखकर या सुनकर बहुत ही जल्दी उनकी बातों में आ जाते हैं और अपना दिमाग ही नहीं लगाते हैं। 

हमें हर चीज के बारे में सोच विचार करने के बाद ही उसको सही या गलत मानना चाहिए और जब कोई हमें भड़काता है तो उसकी बातों मे नहीं आना चाहिए।

निष्कर्ष

तो दोस्तों हमारे इस article में हमने आपको बताया कि अंधभक्त किसे कहते है, अंधभक्त कौन होते हैं, और हमें अंधभक्त बनने से कैसे बचना चाहिए। 

ऐसा बहुत से लोगों के साथ हो जाया है कि वह किसी धर्म या किसी इंसान के प्रति अंधभक्त बन जाते हैं और उनका दिन भर गुणगान करते रहते हैं, लेकिन उन्हें पता भी नहीं चलता। 

जब उन्हें कोई अंधभक्त कह देता है तो वह उस इंसान की बात को गलत नजरिए में ले जाते हैं और इंसान को बुरा समझने लगते हैं। हमें किसी भी पार्टी, धर्म या इंसान का support जरूर करना चाहिए जब वह कोई अच्छा काम करता है तो, लेकिन हमें अपने खुद के दिमाग का उपयोग करना चाहिए और यह देखना चाहिए कि हम उसे बिना सोचे समझे हर जगह follow न करते रहें। 

आशा करते हैं कि आपको आपके सवाल andhbhakt kise kahate hain, का जवाब मिल गया होगा।

उम्मीद करते हैं कि आपको हमारे article पसंद आया होगा। आप इस विषय के ऊपर हमें अपने विचार हमें comment करके जरूर बताएं। हमारा यह article पढ़ने के लिए धन्यवाद!

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