गोदान किसकी रचना है? | Godan Kiski Rachna hai

Godan Kiski Rachna hai? क्या आप यह जानना चाहते है कि गोदान की रचना किसने की है या गोदान किसकी रचना है, तो हमारे साथ इस आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़िएगा। 

आप में से बहुत लोगों ने यह सवाल पूछा है कि godan kiski rachna hai bataiye इसी लिए हमने आपके लिए यह आर्टिकल लिखा है।

गोदान को सबसे पहले 1936 में पब्लिश किया गया था और यह भारतीय लिटरेचर की हिंदी- उर्दू नोवेल की सबसे बड़ी नोवेल मानी जाती है। 

यह नोवेल गांव के बिगड़े हुए हालातों के बारे में बताती है और यह ऐसे समय के बारे में बताती है जब भारत की economy बहुत ज्यादा खराब थी। 

गोदान की रचना किसने की थी? (godan kiski rachna hai answer)

Godan Kiski Rachna hai

गोदान की रचना मुंशी प्रेमचंद जी ने की थी, उनका असली नाम धनपत राय (godan author) था। 

वह 31 जुलाई 1880 को ब्रिटिश भारत के बनारस राज्य में लमही में पैदा हुए थे। उनका देहांत 8 अक्टूबर 1936 को बनारस के बनारस राज्य में ब्रिटिश भारत में हुआ था। इनका एक और pen नाम भी था, इन्हें नवाब राय भी कहा जाता था। यह एक लेखक और novelist थे।

गबन किसकी रचना है?

गबन मुंशी प्रेमचंद द्वारा लिखा गया एक उपन्यास है।

गोदान एक नोवेल के अलावा किन रूपों मे मौजूद है?

गोदान एक नोवेल के अलावा किन रूपों मे मौजूद है

इसे 1957 में Jai Ratan और P. Lal translation ने अंग्रेजी में translate किया था, और 1968 में Gordon C. Roadarmel ने इसे ट्रांसलेट किया था जिसे अब classic माना जाता है।

गोदान को फिर 1963 में एक हिंदी फिल्म के रूप में भी बनाया गया था, जिसमें राजकुमार, महमूद और शशिकला थी। 

2004 में गोदान को 26 एपिसोड की टीवी सीरीज के रूप में बनाया गया था, जिसका नाम था तहरीर मुंशी प्रेमचंद की, जो प्रेमचंद जी की राइटिंग के ऊपर बना था, जिसमें पंकज कपूर और सुरेखा सीकरी थी, इसे गुलजार ने डायरेक्ट किया था और दूरदर्शन ने produce किया था।

गोदान के बारे में लोगों का क्या मानना है?

गोदान को प्रेमचंद जी का एक masterpiece माना जाता है। यह नोवेल सबसे पहले हिंदी में लिखी गई थी। इस नोवेल की कहानी दिल को छू जाने वाली है। इस नोवेल में novelist ज्यादातर रूरल एरिया के रहन-सहन पर फोकस करता है, हालांकि यह उस समय के शहर के लाइफ स्टाइल के बारे में भी थोड़ा बहुत जानकारी देते हैं। 

इस नोवेल का हीरो एक गरीब किसान है जो एक dilapidated राज्य में रहता है। प्रेमचंद जी इस नोबल की मदद से किसानों पर आने वाली दिक्कतों के बारे में पढ़ने वालों को बताते हैं। इस नोवेल को उर्दू में 1936 में लिखा गया था।

मुंशी प्रेमचन्द जी किस तरह के लेखक थे?

मुंशी प्रेमचन्द जी किस तरह के लेखक थे

मुंशी प्रेमचन्द जी एक हिंदुस्तानी लेखक थे। इन्हे बीसवी सदी में हिंदुस्तान के सबसे बड़े लेखकों में से एक माना जाता था। यह वाराणसी के पास एक गांव लमही में पैदा हुए थे। इनके पिता जी अजैब राय एक क्लर्क थे, और इनकी माताजी आनंदी देवी एक घर संभालने वाली महिला थी। यह अपने माता पिता की चौथी संतान थे।

प्रेमचंद जी एक नोवलिस्ट, शॉर्ट कहानियों के लेखक और dramatist थे, जिन्होंने बहुत से नोबल्स और 100 से भी ज्यादा छोटी कहानियां लिखी हैं और साथ ही में इन्होंने बहुत सारे essays भी लिखे हैं। 

इतना ही नहीं इन्होंने दूसरी भाषा में लिखी गई किताबों को भी हिंदी भाषा में ट्रांसलेट किया है। इनकी शॉर्ट स्टोरीज का एक कलेक्शन है जिसका नाम मानसरोवर है, इस किताब में 300 से भी ज्यादा कहानियां हैं। 

Profession से यह एक अध्यापक हैं। इन्होंने अपनी जिंदगी में बहुत सारी कठिनाइयों का सामना करा है, और अपने बहुत से कामों में इन्होंने समाज की असलियत लोगों के सामने लाने की कोशिश की है। इन्होंने एक विधवा के साथ शादी की थी जिनका नाम शिवरानी देवी था।

गोदान के main characters कौन हैं?

गोदान में सबसे जरूरी किरदार Hori का है, जो एक गरीब किसान है, इसमें होरी की एक पत्नी है जिसका नाम धनिया है, और इन दोनों का एक  पुत्र भी है जिसका नाम गोबर है। 

होरी और धनिया की दो बेटियां भी है जिनका नाम रूपा और सोना है। इसमें भोला एक गाय herder है, झूनिया भोला की विधवा बेटी है और हीरा होरी का भाई है। 

Dattadin गांव का brahmin पुजारी है और यह दूसरों को पैसे ब्याज पड़ देता है। Mattadin दत्तादिन का बेटा है और इसका सेलिया नाम की लड़की के साथ affair था। 

सेलिया एक छोटी जाति की लड़की है जो दत्तादीन के खेत पर काम करती है। राय शैब एक जमींदार थे जिन्होंने एक बार चुनाव जीता था। मालती देवी एक डॉक्टर थी जिन्होंने अपनी पढ़ाई Europe जाकर की थी।

सरोज मालती जी की छोटी बहन थी। Mr. मेहता कॉलेज के scholar और lecturer थे। Mr. Khanna एक industrialist थे और उनकी शक्कर की एक फैक्ट्री थी। और गोविंदी, mr. खन्ना की पत्नी थी।

गोदान की कहानी क्या है?

गोदान की कहानी क्या है

गोदान की कहानी में characters भारत की community के अलग-अलग भागों को रिप्रेजेंट करते हैं। इसमें किसान और गांव की सोसाइटी को होरी महतो और उसके परिवार के लोग रिप्रेजेंट करते हैं।

इस कहानी की शुरुआत में होरी की लाखों और किसानों की तरह एक गाय खरीदने की बहुत ही ज्यादा इच्छा होती है। और वह पैसे उधार लेकर एक गाय खरीद भी लेता है। होरी अपने भाई से ₹10 cheat करने की कोशिश करता है। 

जिसकी वजह से उसकी पत्नी और उसके छोटे भाई की पत्नी के बीच में लड़ाई हो जाती है, इस चीज से जलकर हीरा अपने भाई होरी की गाय को जहर दे देता है और भाग जाता है क्योंकि वह पुलिस का सामना नहीं करना चाहता था।

होरी ने वापस उधार लेकर पुलिस को घूस दे दी ताकि वह अपने छोटे भाई को बचा सके। 

झुनिया एक विधवा थी और वह गोबर के साथ भाग गई थी, क्योंकि गोबर ने उसे pregnant कर दिया था। और गांव वालों के डर की वजह से गोबर भी भाग गया। इस वजह से पंचायत ने भी होली पर जुर्माना लगा दिया। होरी ने वापस कर्ज ले लिया और जुर्माना भर दिया। 

इसी वजह से होरी बहुत ही ज्यादा कर्ज में डूब गया था और इस कर्ज को चुकाने के लिए होरी ने lender के घर अपनी बेटी रूपा की शादी मात्र ₹200 के लिए कर दी ताकि वह अपने पुरखों की जमीन को नीलाम होने से बचा सके क्योंकि वह अपनी भूमि का tax नहीं दे पा रहा था।

फिर होरी ने ₹200 चुकाने के लिए और एक गाय पालने के लिए बहुत ही ज्यादा मेहनत करी ताकि वह अपने नाती पोतों को खाने पीने के लिए कुछ दे सके, लेकिन इतना ज्यादा काम करने की वजह से होरी की मृत्यु हो गई। 

जब वह मरा तो उसकी पत्नी ने सारे पैसे जोड़कर  (₹1.25) होरी के बदले उस priest को गाय की डोनेशन (गोदान) के लिए वह पैसे दे दिए, जिसकी वजह से होरी का सपना पूरा हो गया।

लेकिन अपने दामाद को वह ₹200 वापस करने का और एक गाय रखने के लिए ताकि वह अपने नाती को दूध दे सके। होरी का यह सपना अधूरा रह जाता है। 

इस कहानी में होरी को एक गरीब किसान की तरह दिखा जाता है जो अपने हालातों की वजह से बहुत ही ज्यादा परेशान रहता है और अपनी पूरी जी-जान लगाने के बावजूद अपने परिवार को इज्जत की जिंदगी नहीं दे पाता है, लेकिन फिर भी वह अपनी इमानदारी को नहीं छोड़ता है, और अपने काम को बड़े ही बहुत ज्यादा लगन से करता है।

वह अपनी जिंदगी से ना ज्यादा खुश रहता है और ना ही ज्यादा दुखी। 

कहानी में शहर की जिंदगी को मालती देवी, मिस्टर मेहता, मिस्टर खन्ना आदि की मदद से दिखाया गया है। राय साहेब दो बार लोकल इलेक्शन के विजेता बन चुके थे। वह अपनी बेटी की शादी करना चाहते थे, इलेक्शन जीतना चाहते थे और बेटी की शादी करने के बाद अपने दामाद की जमीन को हड़पना चाहते थे।

उन्होंने अपनी बेटी की शादी एक बहुत ही ज्यादा अमीर, विधवा और नामी जमींदार से कर दी। और उन्होंने अपने दामाद की जमीनों को भी हड़प लिया, वह वापस इलेक्शन जीत गए और मुंसिपल मिनिस्टर बन गए। लेकिन जब उन्होंने अपनी बेटी की शादी राजा सूर्यकांत की बेटी से करने की कोशिश की ताकि वह अपनी इज्जत को बना कर रख सके। 

उनके बेटे ने साफ इंकार कर दिया। उनके बेटे को मालती देवी की छोटी बहन सरोज से प्यार हो गया था उसने सरोज से शादी कर ली और वह दोनों लंदन चले गए। उनके बेटे ने राय साहब से उनकी सारी जमीन हड़प ली, फिर राय साहब पर लोगों का कर्जा चढ़ गया। 

उनकी बेटी का भी तलाक हो गया। अंत में राय साहिब अपने कामों की वजह से बहुत ही ज्यादा unsatisfied हो गए। मालती देवी एक बहुत ही ज्यादा सुंदर महिला हैं, वह बहुत ही ज्यादा आरामदायक जिंदगी जीती थी और उनके आस-पास बहुत ज्यादा आदमी थे।  

वह उनमें से बहुत सारे लोगों के साथ बातचीत करती रहती थी लेकिन उन्हें किसी से भी प्यार नहीं था। मिस्टर खन्ना की पहले से शादी हो चुकी थी लेकिन उन्हें मालती से प्यार हो गया था। लेकिन मालती को मिस्टर मेहता से उनकी ideology की वजह से प्यार हो गया था और जब गए होरी के गांव में गई, तो उन्होंने  वहां सारी चीजें देखी।

उन्होंने गरीब लोगों की मदद करना शुरू कर दिया और वहां के लोगों की जिंदगी को बेहतर बनाने की कोशिश करने लगी, इस बदलाव को देखकर मिस्टर मेहता को भी मालती जी से प्यार हो जाता है। 

लेकिन मालती जी को मिस्टर मेहता से प्यार तो होता है लेकिन वे उनके शादी के proposal को ठुकरा देती हैं, वह अब गरीबों की मदद करना चाहती हैं और मिस्टर मेहता से शादी नहीं करना चाहती थी। 

मिस्टर मेहता और मालती जी मिलकर गरीब लोगों की मदद करते रहते हैं। अंत में मालती जी अकेली ऐसी character होती हैं जो अपनी जिंदगी से खुश रहती हैं। 

godan as a social novel, गोदान समाज में चल रही दिक्कतों के बारे में रीडर्स को बताती है, इसी वजह से यह एक सोशल नोवेल भी है।

यह कहानी average किसान की जिंदगी को बताती है जो colonial rule के अंदर रहते हैं, और उनकी जिंदगी में आने वाली कठिनाइयों के बारे में readers को बताती है।

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Conclusion about Godan kiski rachna hai

मुंशी प्रेमचंद जी ने ऐसी कई कहानियां लिखी हैं, लेकिन हमारे हिसाब से सबसे ज्यादा बढ़िया है, और अगर आप उस कठिन समय में लोगों की जिंदगी के बारे में जानना चाहते हैं तो आप भी इस नोवेल को जरूर पढ़िएगा।

दोस्तों हमारे इस आर्टिकल में हमने आपको यह बताया कि गोदान की रचना किसने की थी, और इस टॉपिक से जुड़ी हुई सारी जानकारी आपको दी। 
उम्मीद करते हैं कि आपको यह आर्टिकल Godan Kiski Rachna hai पसंद आया होगा इसे अंत तक पढ़ने के लिए धन्यवाद!

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